तेरी चाहत को छुपाने लगा हूं
न जाने क्यूँ लोगो से नज़रें चुराने लगा हूं
तेरी हर बात को भुलाने लगा हूँ
न जाने कब तेरा जिक्र झिड जाए
मैं तुझको बदनाम होने से बचाने लगा हूँ
अच्छा लिखा है ......
गणतंत्र दिवस की बधाईया, जय हिंद
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2 comments:
अच्छा लिखा है ......
गणतंत्र दिवस की बधाईया, जय हिंद
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