बजुओ में जब बल है
किस्मत को क्यों कोसता है
हाथो की लकीरों को क्यो देखता है
कमजोर नही तू वीर है तू वीर है
तूफानों को चीरकर
मुसीबतों को पीछे छोड़ के
आगे निकल तू भीड़ से
कमजोर नही तू वीर है तू वीर है
हिम्मत दे जाए जवाब
लगे टूटता सा सपना
हौसला मत खोना अपना
कमजोर नही तू वीर है तू वीर है
आंख तेरी भर आएगी
सामने मंजिल जब पायेगा
तब तू सब से कह पायेगा
कमजोर नही में वीर हूँ में वीर हूँ
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