नाराजगी
आज मैं जो उनसे नाराज़ हुआ
तो दिल उनकी अच्छाईया बताने लगा
जिस पल भी मैंने तुझे याद किया
तो दिल गिन गिन के मुझे बताने लगा
आंख बंद करके जो रोया
तो दिल तेरे ही सपने दिखाने लगा
तन्हाई में जो तुझको महसूस किया
तो दिल तुझसे मेरा रिश्ता बताने लगा
Thursday, May 27, 2010
Tuesday, May 11, 2010
छुप छुप के
तेरे यादों से में दिल लगाता हूँ
आज कल में धीमे धीमे मुस्कराता हूँ
दुनिया वालों से में यह राज़ छुपाता हूँ
आज कल में छुप छुप के मुस्कराता हूँ
तू जो मिल जाए कही
मैं नज़रें चुराता हूँ
दुनिया वालो से में यह राज़ छुपाता हूँ
आज कल मैं छुप छुप के शर्माता हूँ
सोचता हूँ तेरे बारे में
लब्जो में हर बात सजा लेता हूँ
दुनिया वालों से यह राज़ छुपता हूँ
आज कल मैं छुप छुप के गुनगुनाता हूँ
जिक्र तेरा छिड जाए तो
मैं महफ़िल छोड़ जाता हूँ
दुनिया वालो से में यह राज़ छुपाता हूँ
आज कल मैं छुप छुप के रोता हूँ
तेरे यादों से में दिल लगाता हूँ
आज कल में धीमे धीमे मुस्कराता हूँ
Subscribe to:
Posts (Atom)