Wednesday, March 18, 2009

ममता




जब में तीन साल का बच्चा था


माँ से आंख बचाकर भाग कर


रेत में खेला करता था


माँ की आवाज़ सुनकर


इधर उधर चुप जाया करता था


शाम को घर जाते वक्त


सोचकर माँ ठंडे पानी से निहलायेगी


थोड़ा डर जाया करता था


निहलाते -२ वो मुझ को डाटा करते थी


लेकिन मेरी चोट देखकर


उसकी आंख भर आया करती थी


और में उसके सीने से लगकर


तूतली जवान से कहता था


अब नही करूँगा और तंग


लेकिन सुलाना मुझे अपने संग


सुनकर माँ दिल भर आया करता था


लेकिन में अगले दिन फ़िर भाग जाया करता था


इसी तरह में उसको सताता था


जब में तीन साल का बच्चा था


रेत में खेला करता था


रेत में खेला करता था


anjaan

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