सोचा न जिनको ना जाने कैसे ख्यालो में आ गए
तेरी ही तलाश में रहती हैं हर वक्त आँखें
न जाने इन कदमो का रुख कब तेरी गली की तरफ हो गया
सुना था अभी तक मोहब्बत काला जादू करती है
एक धुआं सा उठा और मैं मोहब्बत की गिरफ्त में आ गया
अभी तक तनहा था , पर जिंदगी में गम न था अंजान
फिर यह अचानक दिल में दर्द कहाँ से आ गया