Friday, November 30, 2012
याद
तुम तो मेरे पास नहीं हो फिर
कौन है जो मेरे दिल में
बिना दस्तक दिए चुप चाप चला आ रहा है
पूछा तो खुद को तेरी याद बता रहा है
हालात
बहुर गिरे हैं मेरे आंसू ऐसे-ही-तनहा
पर हम किसी के गले लग कर न रोए |
तरस आता है उनको मेरे हालात
पर
लोग कहते है छुप छुप के वो बहुत हैं रोए
धुँआ
आज चांदनी रात में
हर तरफ धुँआ धुँआ है
न जाने कितने आशिको के दिल जल रहे है
मुझे चाँद के साथ देखकर
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